भारत ने आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी के दूसरे सेमीफाइनल में एक तरफा रहे मुकाबले में बांग्लादेश को नौ विकेट से हराकर फाइनल में प्रवेश कर लिया। मौजूदा विजेता भारत ने आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी के दूसरे सेमीफाइनल में शुरू से एक तरफा रहे मुकाबले में बांग्लादेश को नौ विकेट से हराकर फाइनल में प्रवेश कर लिया, जहां उसकी भिड़ंत रविवार को पाकिस्तान से होगी। भारतीय टीम ने टॉस जीतकर गेंदबाज़ी चुनी और बांग्लादेश को 50 ओवर में सात विकेट पर 264 रनों पर रोक दिया। इस लक्ष्य को भारत ने शिखर धवन (46), रोहित शर्मा (नाबाद 123) और विराट कोहली (नाबाद 96) की बेहतरीन पारियों की मदद से 40.1 ओवर में ही महज एक विकेट खोकर हासिल कर लिया।
बांग्लादेश के लिए सर्वाधिक 70 रन सलामी बल्लेबाजी तमीम इकबाल ने बनाए। उनके अलावा मुश्फीकुर रहीम ने 61 बेहतरीन रनों की पारी खेली। इन दोनों बल्लेबाजों ने टीम को खराब शुरुआत से निकालते हुए तीसरे विकेट के लिए 123 रनों की साझेदारी की। इन दोनों के आउट होने के बाद भारतीय गेंदबाज बांग्लादेश पर हावी हो गए और बांग्लादेश की टीम बड़ा स्कोर करने से चूक गई। भारत की तरफ से भुवनेश्वर कुमार, जसप्रीत बुमराह और केदार जाधव ने दो-दो विकेट लिए। रवींद्र जडेजा को एक विकेट मिला।
भारतीय क्रिकेट प्रशंसक शुरू से यह आस लगाए बैठे हैं कि चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल मुकाबला भारत-पाकिस्तान के बीच ही हो।और देखिये रविवार १८ जून को यह महा मुकाबला होने भी जा रहा है ।
सभी जानते है की भारत और पाक के बीच क्रिकेट मैच के अलवा एक अहम चीज होती है दबाव. चैंपियंस ट्रॉफी को छोड़ दे तो पाकिस्तान आईसीसी के बाकी सभी टूर्नामेंट में पाक की टीम दबाव झेलने में नाकामयाब रही है. ऐसे में एक बार फिर अगर भारत-पाक के बीच मुकाबला होता है तो यह निश्चित ही कहा जा सकता है कि दबाव झेलने वाली टीम यानि की भारत को ही जीत मिलेगी । चैंपियंस ट्रॉफी के आंकड़ों पर नजर डाले तो दोनों टीम के बीच अब तक 4 बार मुकाबला हुआ है, जिनमें दो बार पाकिस्तान और दो बार भारत को जीत मिली है. वहीं 50 ओवर के वर्ल्ड कप, टी-20 वर्ल्ड कप में भारत ने सभी मैचों में पाकिस्तान को हराया है.
हालांकि हम सब जानते हैं की क्रिकेट अनिश्चतताओं का खेल हैं. इस खेल में कब कौन सी टीम किसे पटखनी दे-दे कहा नहीं जा सकता. अगर दिन अच्छा रहे तो कमजोर से कमजोर टीम चोटी की टीम को हरा सकती है. हम यंहा इन सब बातों को नजर अंदाज कर दे तो बात भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले मैच का हो तो ये किसी जंग के समान होता है. हमे ऐसा ही कुछ चैंपियंस ट्रॉफी २०१७ के फाइनल मैच में रविवार को में देखने को मिल सकता है.
टूर्नमेंट से पहले भारत की ओपनिंग जोड़ी शिखर धवन और रोहित शर्मा को लेकर संशय नजर आ रहा था। हालांकि, पहले मैच में दोनों ने ही अर्धशतक ठोंककर अपना दावा मजबूत किया है।बांग्लादेश के खिलाफ भी दोनों ने अच्छा प्रदर्शन किया । वहीं, विराट कोहली और युवराज सिंह ने भी अपनी फॉर्म का दम दिखाया है। ऐसे में खिताब पाने के लिए भारत की ओपनिंग जोड़ी को तो हर हाल में दम दिखाना ही होगा। दूसरी तरफ मध्यक्रम के बल्लेबाजों को भी इंग्लैंड की पिच और परिस्थिति के अनुसार तेजी से रन बनाने होंगे। यंहा हम एक बार पुनः कह रहें है की एक बार फिर टीम इंडिया को तीनो फॉर्मेट में यानि की बॉलिंग ,बैटिंग , तथा सबसे महत्वपूर्ण फॉर्मेट फील्डिंग , में अपना सर्व श्रेष्ठ पर्दशन रविवार को हर हाल में करना होगा । तभी एक बार फिर विजय श्री हासिल होगी ।
चैंपियंस ट्रोफी के शुरुआत से ही मौसम की मार पड़ रही है। ऐसे में बारिश को देखते हुए बहुत संभावना है कि आगे के मैच में भी बारिश के कारण डकवर्थ लुईस नियम के अनुसार खेल कम ओवरों का हो। भारतीय गेंदबाजों के लिए सबसे बड़ी चुनौती यही होगी कि किसी भी सूरत में जीत सुनिश्चित हो इसके लिए उन्हें शुरुआती ओवरों में ही विकेट झटकने होंगे। पाकिस्तान के खिलाफ मैच में फील्डिंग का स्तर निराशाजनक रहा और केदार जाधव, भुवनेश्वर कुमार ने कैच टपकाए। आने वाले मुकाबले में कप्तान कोहली और कोच कुबंले को इस तरफ भी ध्यान देना होगा। भारतीय गेंदबाजी को थोड़ा सा मजबूती दिखानी होगी ।यदि आपको चेस करने को मिला तब तो ठीक है । हमे भारत की बेटिंग लाइन पर पूरा भरोसा है , किन्तु यदि बॉलिंग साइड से देखा जाये तो हमे मजबूती दिखानी ही होगी । बांग्लादेश जैसी टीम को हम आल आउट नहीं कर सके ।
बहरहाल जो भी हो टीम इण्डिया को अपनी दिमागी तथा मैदानी दोनों रणनीतियों को अच्छी तरह प्लान करके ही चलना होगा ।
हमारी शुभकामनाएं है की रविवार १८ जून को होने वाले इस महा मुकाबले में भारतीय टीम पुनः विजय श्री का वरण करे ।