मालवा की अद्भूत प्राकृतिक सौंदर्य वाली भूमि, इंदौर की सुंदर वास्तुकला और महिमा को बखूबी दर्शाती है। शहर में दो नदियों, खान और सरस्वती के संगम की बात कही जाती है। इंदौर में प्राकृतिक वंडर्स के बीच एक सुंदर संतुलन है जो अतीत और वर्तमान का खूबसूरत मिश्रण है। पर्यटन की दृष्टि से इंदौर में बहुत ही बढ़िया प्राकृतिक सुंदरता संरचनात्मक, सांस्कृतिक और सामाजिक जीवन में जीवंतता देखने का मिलती है। हम आज इंदौर के नजदीक के पर्यटन स्थलों के बारे में जानते हैं ।
जानापाव
इंदौर शहर से 40 किमी दूर तथा महू शहर से करीब 17 किमी दूर विंध्याचल पर्वतमाला की सबसे ऊंची चोटी भगवान परशुराम की जन्मस्थली तथा महर्षि जमदग्रि की तपोभूमि कही जाने वाली जानापाव । जानापाव, इंदौर की महू तहसील के हासलपुर गांव में स्थित है। जानापाव की पहाड़ी से साढ़े सात नदियां निकली हैं। इनमें कुछ यमुना व कुछ नर्मदा में मिलती हैं।
पातालपानी
पातालपानी एक बहुत ही सुंदर और अद्भूत झरना है जो इंदौर शहर से 36 किमी. की दूरी पर स्थित है। यह झरना 300 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। लेकिन इस झरने की गहराई के बारे में किसी को कोई अंदाजा नहीं है। झरने के बारे में काफी बातें कही जाती है, कुछ लोगों का मानना है कि झरना, पाताल तक गहरा है और इसी कारण इस झरने का नाम पातालपानी है। पातालपानी का सौंदर्य देखते ही बनता है । वर्तमान समय में इंदौरियंस के लिए एक चर्चित वॉटरफॉल के रूप में उभर कर आ रहा है । पातालपानी में घूमने के दौरान थोड़ी सी सावधानी रखे क्योंकि पूर्व में यंहा पर एक बड़ा हादसा हो चूका है ।
चोरल डेम
चोरल डैम इंदौर से कोई 40-42 किलोमीटर दूर महू-मण्डलेश्वर मार्ग पर स्थित है। चोरल डैम तक इंदौर से महू, आशापुरा, बडगोंदा होते हुये पहुंचा जा सकता है।
इस वीक एन्ड अगर आप भागदौड़ भरी जिंदगी और प्रदूषण से राहत पाने दिलाने वाली जगह तलाश रहे है तो चोरल डेम का खूबसूरत नजारा भी देख लें। इंदौर के पास मध्यप्रदेश पर्यटन का चोरल रिसोर्ट शहर की भागदौड़ एवं प्रदूषण से निजात चाहने वालों के लिए सौगात प्रदान करता है।बहुत ही शांति और सुकून देने वाली यह जगह प्रदेश के दर्शनीय स्थानों में से एक है। यहां पर सुदूर पहाड़ो की अतिसुंदर पृष्ठ भूमि और नीचे शांत बहती नदी के ऊपर जब आप सूर्योदय देखेंगे तो प्रकृति के इस विलास पर विस्मित हो जाएंगे। पहाड़ की ओर से धीरे-धीरे उदित होते सूर्य की किरणों का पूरी वादी को रोशन करने का बहुत ही मनमोहक तथा सुंदर दृश्य आप जीवन पर्यन्त नहीं भुला पाएंगे।
कजली गढ़
इंदौर से खंडवा जाते समय 20 किलोमीटर के रास्ते में सिमरोल नामक गाँव आता है I यह एक बहुत ही पुराना गाँव है । यहाँ से लगभग 6 किलोमीटर दूर पूर्व की दिशा मे इंदौर के महाराजा शिवाजी राव होल्कर द्वारा बनवायी गई शिकारगाह है । रहस्य और रोमांच से भरपूर इसी जगह को कजलीगढ़ के नाम से जाना जाता है ।
सिमरोल से कजलीगढ़ की तरफ मुड़ते ही आसपास हरे-भरे खेत और खलियान अनायास ही मन मोह लेते है। सीधे हाथ की तरफ एक दरगाह भी है, जहां हर साल उर्स का मेला भी लगता है।कजली गढ़ के किले का रोमांच और संन्नाटा देखते ही बनता है I सरकरी देख-रेख के आभव में इसकी हालत दयनीय हो रही है ।
उज्जैनी ( नर्मदा-क्षिप्रा संगम-स्थल )
नर्मदा-क्षिप्रा लिंक योजना के अंतर्गत नर्मदा-क्षिप्रा के संगम-स्थल के समीप ग्राम मुण्डला दोस्तार (उज्जैनी) में स्थित है इसे संगम स्थल को धार्मिक एवं पर्यटन की दृष्टि से पवित्र तीर्थ-स्थल बनाया गया है I इसे कुछ वर्षो पूर्व ही शिवराज सर्कार ने ही विकसित किया है । इंदौरियंस के लिए धार्मिक एवं पर्यटन की दृष्टि बहुत ही अच्छी जगह है I स्नान करने के लिए सुन्दर घाट बना हुवा है ।
मेंहदी कुंड
इंदौर से करीब 55 किलोमीटर दूर स्थित इस सुन्दर झरने तक पहुंचने के दो रास्ते हैं।इसका एक रास्ता महू के पास कोदरिया होते हुए जाता है। इस कच्चे-पक्के रास्ते से वाहन लेकर सीधे यहां तक पहुंचा जा सकता है।तथा दूसरा रास्ता बड़गोंदा से नखरी डेम होते हुए जाता है। इस रास्ते से पैदल ट्रैकिंग करते हुए जाना होता है।
सीतलामाता फॉल
इंदौर से इसकी दूरी लगभग 40 किलोमीटर है। यह ए.बी . रोड पर पड़ता है तथा मानपुर से करीब ५ किलोमीटर अंदर जाना पड़ता है । यहां पहुंचना आसान है। बहुत ही सुन्दर तथा दिल को खुश करने वाला जल प्रपात है ।
तिन्छा फॉल
इंदौर से करीब 25 किलोमीटर दूर सिमरोल के पास बेहद खूबसूरत झरना है।तिन्छा फॉल यानि खंडवा रोड स्थित इस झरने को देखने के लिए स्वयं के वाहन से पहुंचा जा सकता है। अकल्पनीय प्राकृतिक सौन्दर्य के दर्शन होंगे आपको यंहा पर ।
जोगी भड़क
इंदौर से 55 किलोमीटर और मानपुर से 10 किमी आगे काफी ऊंचाई से यह झरना गिरता है। ट्रैकिंग करने वालों से लिए यह पसंदीदा ट्रैकों में से एक है। रास्ता अपनेआप में मंज़िल जैसा ही ही लगता है। ऐसा ही है जोगी भड़क का रास्ता। यह ऐसा झरना है जो अंग्रेज़ी अक्षर “एस’ के आकार के वैली में गिरता है। वैली बहुत गहरी भी है और खूबसूरत भी।
यंहा पर आप कार या बाइक से जा सकते हैं। इंदौर से ए बी रोड होते हुए मानपुर तक जाते हैं। घाट क्रॉस करते ही ढाल गांव आ जायेगा फिर यहां से पश्चिम में एक कच्चा रास्ता जाता है। कार जा सकती है लेकिन बाइक से नदी तक चली जाएगी। एक किलोमीटर चलने के बाद कार को साइड में पार्क कर दें ट्रैकिंग करते हुए एक किलोमीटर दूर नदी के पास पहुंच कर झरने का लुफ़्त्त उठायें ।
हत्यारी खोह
इंदौर से करीब 30 किलोमीटर दूर हत्यारी खोह नाम का ट्रैकिंग स्पॉट है। यहां ऊंचाई से गिरने वाला झरना और प्राकृतिक नजारे दिलों को बहुत ही अंदर तक छू जाते हैं। यहां पहुंचने के लिए कंपेल से हुए तेलीया खेड़ी में वाहन खड़ा करके करीब दो किलोमीटर ऊबड़-खाबड़ रास्तों पर पैदल चलना होता है। कृपया इसके नाम पर न जाएँ । बहुत ही मनोरम जगह है ।
गिदिया खोह
इंदौर से करीबन 45 किलोमीटर दूर स्थित गिदिया खोह तक डबल चौकी से सिवनी होते हुए पहुंचा जा सकता है। यहां भी काफी ऊंचाई से बहुत ही सुंदर दिखने वाला झरना गिरता है। साथ ही आसपास के प्राकृतिक नजारे भी मन मोह लेने वाले हैं। ट्रैकिंग की पसंदीदा लिस्ट में गिदिया खोह भी एक अहम ट्रैक है।
मुहाड़ी वाटर फॉल
इंदौर से २६ किलोमीटर दुरी पर स्थित ये वाटर फॉल अपनी अनुपम सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है ।ये झरना तिल्लोर बुजुर्ग के समीप है ।एक बात का ध्यान रखे की यंहा पर मोबाइल का नेटवर्क नहीं मिलता है । बारिश के समय ये पुरे यौवन पर रहता है ।
तो दोस्तों उपरोक्त सभी वाटर फॉल तथा पिकनिक स्पॉट इंदौर के नजदीक ही है । आप अपने पुरे परिवार या मित्रो के साथ जा कर इन सभी वाटर फॉल तथा पिकनिक स्पॉट का भरपूर आनंद ले सकते है । हमारी आप लोगो से गुजारिश है की थोड़ी सी सावधानी अवश्य रखे । अरे , एक बात और हमारा इंदौर पुरे भारत में स्वछता में नम्बर एक है तो यदि आप इंदौरियंस है तो कृपया इन सभी जगहों पर भी स्वछता बनायें रखें । आप अगर इंदौरियंस नहीं भी है तो इन सभी वाटर फॉल तथा पिकनिक स्पॉट पर कृपया स्वछता बनायें रखें । मालवा की इस धरती पर सभी का स्वागत है ।