शिंगणापुर का शनि मंदिर

विश्व में सूर्यपुत्र शनिदेव के कई मंदिर हैं। उन्हीं में से एक प्रमुख है महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में स्थित shani signapur  शिंगणापुर का शनि मंदिर। विश्व प्रसिद्ध इस चमत्कारी शनि मंदिर की विशेषता यह है कि यहाँ स्थित शनिदेव की पाषाण प्रतिमा बगैर किसी छत्र या गुंबद के खुले आसमान के नीचे एक संगमरमर के चबूतरे पर विराजित है। शिंगणापुर के इस चमत्कारी शनि मंदिर में स्थित शनिदेव की प्रतिमा लगभग पाँच फीट नौ इंच ऊँची व लगभग एक फीट छह इंच चौड़ी है। देश-विदेश से अनेक श्रद्धालु यहाँ आकर शनिदेव की इस दुर्लभ प्रतिमा का दर्शन लाभ लेते हैं।

यदि आप पहली बार shani signapur ( शनि शिंगणापुर ) जा रहे हैं तो यहाँ भक्तों की श्रद्धा व विश्वास का नजारा देखकर आप आश्चर्यचकित हो जाएँगे। किन्तु सावधान, जैसे ही आप वंहा जाते है, यदि आप अपने वाहन से जातें है तो वहाँ के तथाकथित एजेंट आपके इंट्री करते ही आपके पीछे लग जाएंगे तथा आपको शनि देव के नाम पर भयभीत करके, आपसे अलग-अलग भाव (कीमत) वाली पूजन सामग्री खरीदने के लिए दबाव बनाया जाता है । सही मायने में आपके साथ बार्गनिंग का प्रयास किया जाता है । कहने का मतलब आप वंहा जातें हैं तो आप अपनी स्वेच्छा से जो आप से बन पड़े वैसी पूजा के लिए स्वंत्रत है । आपको किसी के भी भय में आकर पूजन सामग्री इत्यादि खरीदने की ज़रूरत नहीं ।

400 सो वर्ष पुराने इस shani signapur  शनि मंदिर का एक विशाल प्रांगण है जहाँ दर्शन के लिए भक्तों की कतारें लगती हैं। मंदिर प्रशासन द्वारा ‍शनिदेव के दर्शनों की बेहतर व्यवस्थाएँ की गई हैं, जिससे भक्तों को यहाँ दर्शन के लिए धक्का-मुक्की जैसी अव्यवस्था से सामना नहीं होता है।

आमतौर पर शनिदेव को लेकर हमारे मन में कई भ्रामक धारणाएँ हैं। जैसे कि शनिदेव बहु‍त अधिक कष्ट देने वाले देवता हैं वगैरह-वगैरह, लेकिन यदि सच कहें तो ऐसा नहीं है। यदि शनि की आराधना ध्यानपूर्वक की जाए तो शनिदेव से उत्तम कोई देवता ही नहीं है। शनि की जिस पर कृपा होती है उस व्यक्ति के लिए सफलता के सारे द्वार अपने आप खुल जाते हैं।

shani signapur  (शिंगणापुर ) के अधिकांश घरों में खिड़की, दरवाजे और तिजौरी नहीं है। दरवाजों की जगह यदि लगे हैं तो केवल पर्दे। ऐसा इसलिए क्योंकि यहाँ चोरी नहीं होती। कहा जाता है कि जो भी चोरी करता है उसे शनि महाराज उसकी सजा स्वयं दे देते हैं। जब गाँव वालों पर शनिदेव की कृपा है व चोरी का भय ही नहीं है तो दरवाजे, खिड़की, अलमारी व तिजौरी का कोई काम ही नहीं है।

ऐसे पहुँचें शिंगणापुर:

शिर्डी से शिंगणापुर की दूरी-केवल 70 किमी

नासिक से शिंगणापुर की दूरी-170 किमी

औरंगाबाद से शिंगणापुर की दूरी-68 किमी

अहमद नगर से शिंगणापुर की दूरी-35 किमी।

तो आप दर्शन हेतु   जा सकते है   परन्तु आपकी धार्मिक आस्था को आहत करने वाले एजेंटो से सावधान रहें l

अंत में हम तो यही कहेंगे की

सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामया। सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चित् दुःखभाग् भवेत्।।

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