साइक्लोन ओखी ने माया नगरी मुंबई में दी दस्तक

केरल, तमिलनाडु और लक्षद्वीप में तबाही मचाने के बाद ओखी तूफान (Ockhi Cyclone) अब महाराष्ट्र और गुजरात की तरफ बढ़ रहा है। मंगलवार देर रात तक वह गुजरात के तट से टकरा सकता है। तूफान के असर से दोनों राज्यों के कई हिस्सों में तेज हवा के साथ जबरदस्त बारिश से सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। मुंबई में मंगलवार को बारिश के साथ ओले भी गिरे।

हाल ही में दक्षिण भारत में भारी तबाही मचाने के बाद साइक्लोन ओखी (Ockhi Cyclone) ने माया नगरी मुंबई में दस्तक दे दी है। मुंबई और आसपास के इलाकों में तेज हवाओं के साथ बारिश हो रही है। इस वजह से मंगलवार को मुंबई और उसके आसपास के जिलों के स्कूल और कॉलेजों में छुट्टी कर दी गई. उधर, ओखी अब दक्षिण गुजरात के सूरत की तरफ बढ़ रहा है। इसकी रफ्तार 100 किमी प्रति घंटा रहने के आसार हैं। यह मंगलवार देर रात या बुधवार अल सुबह तक गुजरात पहुंच सकता है।

मुंबई और उसके आसपास क्या असर दिखा ओखी तूफान (Ockhi Cyclone) का

मुंबई महानगर पालिका की इमरजेंसी टीम ने लोगों से अपील की है कि वे चार से सात दिसंबर के बीच समुद्र तटों से दूर रहें। इस दौरान कभी भी समुद्र में ऊंची-ऊंची लहरें उठ सकती हैं। मुंबई के अलावा सिंधुदुर्ग, ठाणे, रायगढ़ और पालघर में भी साइक्लोन का असर दिखा।

प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात में बीजेपी कार्यकर्ताओं से राज्यभर में तूफान से प्रभावित लोगों की मदद की अपील की है। मौसम विभाग के मुताबिक गुजरात में अगले 4 दिनों तक बहुत भारी बारिश हो सकती है। विभाग के मुताबिक, ‘वलसाड, सूरत, नवसारी, भरूच, दांग, तापी, अमरेली, गिर-सोमनाथ और भावनगर जिलों में भारी बारिश हो सकती है।’ गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने हालात से निपटने की तैयारी के तहत सूबे के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आपात बैठक की है। मुंबई से 283 किलोमीटर दूर गुजरात के सूरत में रेस्क्यू टीम पहुंच चुकी है। कोस्ट गार्ड अधिकारियों के अनुसार, ओखी चक्रवात सूरत की ओर 85 किलोमीटर की रफ्तार से बढ़ रहा है।

ओखी तूफान (Ockhi Cyclone) धीरे-धीरे कमजोर हो रहा है और उसकी तीव्रता को ‘बहुत खतरनाक’ से ‘खतरनाक’ श्रेणी का कर दिया गया है। केंद्र सरकार ने सोमवार को बताया कि तूफान से प्रभावित मछुआरों समेत 1540 लोगों को तमाम एजेंसियों द्वारा बचाया गया है। राहत और बचाव अभियान में नौसेना के जहाज, हेलिकॉप्टर, कोस्ट गार्ड के जहाज और एयर फोर्स के हवाई जहाजों को लगाया गया है।

ओखी धीरे-धीरे कमजोर तो हो रहा है लेकिन पूर्व तट पर बंगाल की खाड़ी में एक और तूफान के बनने की आशंका से खतरा और बढ़ गया है। मौसम विभाग के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में दक्षिण-पूर्व में एक कम दबाव वाला क्षेत्र बन रहा है जो तूफान का रूप लेकर बुधवार को तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश की तरफ बढ़ सकता है।

मुंबई महानगर पालिका की इमरजेंसी टीम ने लोगों से अपील की है कि वे चार से सात दिसम्बर के बीच समुद्र तटों से दूर रहें। इस दौरान कभी भी समुद्र में ऊंची-ऊंची लहरें उठ सकती हैं। मुंबई के अलावा सिंधुदुर्ग, ठाणे, रायगढ़ और पालघर में भी साइक्लोन का असर दिखा। दक्षिण गुजरात और उत्तर महाराष्ट्र के समुद्र तटीय इलाकों में 4 दिसम्बर की रात से लेकर 6 दिसम्बर की सुबह तक 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से लेकर 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार तक तेज हवाएं चलेंगी। सूरत में मंगलवार से बुधवार की सुबह खतरे की आशंका ज़्यादा है। वलसाड, सूरत, नवसारी, अमरेली, भावनगर और गिर सोमनाथ जैसे तटवर्ती जिलों में भारी बारिश की वॉर्निंग दी गई है। ओखी का असर करीब 30 घंटे तक रहेगा। जमीनी हवा की रफ्तार अभी 25 से 35 किमी प्रति घंटा है। 6 दिसम्बर को हवा की रफ्तार और कम हो जाएगी।

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