ख़बरों में है कि भारतीय ऑटोमेकर Tata Motors अब एक बार फिर सबसे सस्ती कार को पुनर्जीवित करने की कोशिश कर रही है। एक रिपोर्ट के मुताबिक Nano को टाटा मोटर्स एक बार फिर नया जीवन देने जा रहा है। अब आपके सामने Nano electric रूप में उपलब्ध होगी।
The Hindu Business Line की एक हालिया रिपोर्ट को अगर सही माने तो कंपनी ने इस छोटी कार की इलेक्ट्रिक टेस्टिंग बहुत गुप्त तरीके से की है। Tata Motors ने कोयम्बटूर के एक प्रसिद्ध स्थान में विद्युत Nano की एक गुप्त टेस्टिंग की। कहा जाता है कि इस परीक्षण के दौरान रतन टाटा भी उपस्थित थे। हालांकि कम्पनी की ओर से कोई भी इस खबर की पूष्टि से इंकार कर रहा है। बता दें कि नए Nano के साथ ही, Tata Motors इलेक्ट्रिक वाहनों के विकास की दौड़ में भी शामिल हो जाएगा।
सूत्रों ने दावा किया है कि Nano electric को इलेक्ट्रिक मोटर को शक्ति देने वाले लिथियम आयन बैटरी से लैस किया जाएगा। नैनो का विद्युत से चलना देश में एकमात्र ईवी भी महिंद्रा ई 2 ए प्लस को टक्कर देगा। इलेक्ट्रानिक्स नैनो का परीक्षण उस वक्त हो रहा है जब रतन टाटा की परियोजनाओं में इस सबसे सस्ती कार को बंद करने की योजना थी।
लेकिन शायद अब Tata Motors के लिए Automobile उद्योग में यह इलेक्ट्रिक कार अगली बड़ी चीज हो सकती है। टाटा मोटर्स शहर लोगों के लिए एक सस्ती इलेक्ट्रिक वाहन के रूप में नए नैनो को रिटेल में पेश कर सकती हैं। नैनो ईवी के लिए कॉम्पैक्ट डिज़ाइन और सस्ती मंच के साथ आदर्श हो सकती है।
हो सकता है कि Nano की यह इलेक्ट्रिक कार भारत में छोटी कार की किस्मत को बदल सकता है, लेकिन यह इस बात पर निर्भर करता है कि टाटा मोटर्स इलेक्ट्रिक वाहन की कीमत के साथ कैसे जाएंगे। ऑटोमेकर ने अभी तक भारत में एक ईवी की शुरूआत के बारे में जानकारी स्पष्ट नहीं की है।
दुनिया भर में कई कंपनियां इलेक्ट्रिक वाहनों पर कार्य कर रही हैं। अब, टाटा मोटर्स भी एक EV विकसित करने की दौड़ में शामिल हो गया हैं। भारत सरकार 2030 तक सड़कों पर सभी-इलेक्ट्रिक वाहनों की योजना बना रही है। अब सवाल यह है कि नैनो अपने बिजली वाहन में कंहा तक सफल हो पाता है?