चीन के अमीर युवाओं में इन दिनों नया चलन चल पड़ा है । ये चलन है कला में निवेश का तथा जंगली जानवरों को पालतू बनाने का, युवा रईस, आज दिखावे की चीज़ों के बजाय बढ़-चढ़कर कला में तथा जंगली जानवरों को पालतू बनाने में निवेश कर रहे हैं असल में, पिछले तीस सालों में ज़बरदस्त आर्थिक तरक़्क़ी के चलते चीन में रईसों का एक बड़ा तबक़ा खड़ा हो गया । इन्हें दूसरी पीढ़ी के रईस कहा जाता है जिन्हें विरासत में संपत्ति मिली है ।
चाइनीज लोग भी आज कल गजब ढहा रहे है। यंहा के लोगों में आजकल एक नया किन्तु खतरनाक शौक पनप रहा है। ये खतनाक शौक है, खत्म होने की कगार पर खड़े जंगली जानवरों को पालतू बनाने का। हाल ही में, चीन के युवाओं में एक्सटिंक्ट जानवरों को पालने की दिलचस्पी बढ़ी है। इसी के चलते दुनियाभर में इन लुप्तप्राय जानवरों की गैरकानूनी सप्लाई का खतरा भी बढ़ चूका है। ऐसे जानवरों की सप्लाई के बढ़ते बिजनेस ने पर्यावरण के लिए भी खतरा पैदा कर दिया है। कोई अजगर पाल रहा है तो कोई मगरमच्छ या कोई खतरनाक-सी दिखने वाली काली डरावनी बिल्ली या सौंप इत्यादि पाल रहें है।
चीन की राजधानी बीजिंग के रहने वाले एक शख्स शाओ जिन ने अपने घर पर 5 मगरमच्छ और लगभग 2 सांप भी पाल रखे हैं। शाओ के अनुसार वह मगरमच्छ की सभी 23 प्रजातियों को इकट्ठा करना चाहते हैं।
Southeast Asia और Australia में पाए जाने वाले मगरमच्छ की कीमत चीन में करीब 1 लाख रूपये के आस-पास बैठती है। समझ में नहीं आ रहा की यंहा के लोगो का यह शौक जंगली जानवरो के लिए नुकसान दायक है या फायदेमंद है।
अफ्रीका में पाई जाने वाली ‘Spiny tailed lizard‘ यानी स्पिनी पूंछवाली छिपकली को आईयूसीएन (International Union for Conservation of Nature) ने लुप्तप्राय जानवरों की लिस्ट में काफी ऊपर रखा है। हालांकि, आईएम सब के बावजूद भी चीन के लोगों में इस लिजर्ड को पालने वालों की संख्या तेजी से बढ़ रहा है।
चीन के युवाओं में क्रानवेल होर्न्ड फ्राग (Cranwell horn Frog) की पॉपुलेरिटी भी काफी ज़्यादा है। अर्जेंटीना, बोलिविया और ब्राजील में पाए जाने वाले ये मेंढक दुनियाभर में काफी पॉपुलर हो रहें हैं हैं। 25 वर्षीय लियु झाओबेइ बचपन से ही जानवरों को पालने के शौकीन रहे हैं। उनके पास अबतक 30 मेंढक, 3 घड़ियाल, कई सारे सांप और कछुए भी हैं।
25 वर्षीय लियु झाओबेइ बचपन से ही जानवरों को पालने के शौकीन रहे हैं। उनके पास अबतक 30 मेंढक, 3 घड़ियाल, कई सारे सांप और कछुए भी हैं। लियु के अनुसार, चीन में इस तरह के लुप्तप्राय जानवर काफी प्रसिद्ध है। University of Liu में भी ऐसे जानवरों को पालने का कोर्स भी चलता है।