शाकाहारी होने के फायदे

अगर आप मांसाहारी हैं और शाकाहारी (Vegetarian) बनाने का सोच रहें हैं, तो आप बिलकुल सही सोच रहें है। क्योंकि शाकाहारी लोग, मांसाहारी लोगों से ज़्यादा समय तक जीते हैं। लेकिन इसका यहाँ बिलकुल मलतब नहीं है कि मांसाहारी भोजन ख़राब है।

शाकाहारी भोजन में रोगों से लड़ने की क्षमता होती है। मांस में मिलने वाले तत्वों के कारण मांसाहार का पाचन जल्द नहीं किया जा सकता, जबकि शाकाहार भोजन (Vegetarian Food) का पाचन जल्दी किया जा सकता हैं। तो अगर आप शाकाहारी बनने की सोंच रहे हैं और आपको ऐसा करने के लिये कोई कारण चाहिए तो, आहये जानें शाकाहार भोजन के क्‍या क्‍या फायदे होते हैं।

शाकाहारी भोजन (Vegetarian Food) में सोडियम की मात्रा कम होती है, जिसकी वजह से ब्लड प्रेशर नार्मल रहता है। लेकिन सब्ज़ियों में ज़्यादा नमक का इस्तेमाल ना करें।

शाकाहारी होना भी कतई हानिकारक नहीं है। मांसाहारियों को जो तत्व मांस से मिलते हैं, वे ही तत्व शाकाहारियों को कई प्रकार के शाक से मिलते हैं। प्रोटीन जो कि मछली, मांस और अंडे से प्राप्त होता है, वह वनस्पति से भी प्राप्त होता है। मानव शरीर के कार्य करने के लिए ऐसा कोई पौष्टिक तत्व नहीं है, जो वनस्पतियों से प्राप्त नहीं किया जा सकता।

फोलेट के अत्यधिक मात्रा में होने के कारण और न्यून मात्रा में सेचुरेटेड वसा, कोलेस्ट्रॉल और एनिमल प्रोटीन मात्रा के कारण शाकाहारी भोजन हमें बहुत से रोगों से बचाता है।

शाकाहारियों में हृदय को रक्त भेजने वाली धमनियों से सम्बंधित बीमारी की संभावना कम होती है। शाकाहारियों में कुल तरल कोलेस्ट्रॉल तथा कम-घनत्व वाले लायपोप्रोटीन कोलेस्ट्रॉल की मात्रा सामान्यतः कम पाई जाती है, लेकिन उच्च-घनत्व वाले लायपोप्रोटीन कोलेस्ट्रॉल की मात्रा इस बात पर निर्भर करती है कि आप किस प्रकार का शाकाहारी भोजन ग्रहण करते हैं।

शाकाहारियों में हाई ब्लड प्रेशर की संभावना मांसाहारियों से कम होती है और यह वजन व नमक पर निर्भर नहीं करता। इसका कारण यह भी हो सकता है कि वे कॉम्लेक्स काब्रोहाड्रेट ज़्यादा मात्रा में ग्रहण करते हैं और शारीरिक स्थूलता इनमें कम होती है।

शाकाहारी लोगो को फेफड़ों और बड़ी आंत का कैन्सर शाकाहारियों में कम होता है। इसका कारण यह होता है कि शाकाहारी रेशायुक्त फल और सब्जियों का अधिक सेवन करते हैं।

दुनिया भर से लिए गए आंकड़े यह दर्शाते हैं कि वनस्पति आधारित भोजन करने वालों में स्तन का कैन्सर होने की संभावना कम होती है। कारण शाकाहारियों में एस्ट्रोजन की कम मात्रा सहायक पाई गई है।

आपकी जानकारी के लिए बता दें की शाकाहारी भोजन गुर्दे से सम्बंधित रोगों की रोकथाम में सहायक हो सकता है। अध्ययनों में यह पता चलता है कि वनस्पतियों में पाए जाने वाले कुछ प्रोटीन जीवित रहने की संभावना बढ़ाते हैं और पेशाब के द्वारा प्रोटीन का निकल जाना, कोशिकाओं द्वारा रक्त छनने की गति, गुर्दे में रक्त संचार और गुर्दे से सम्बंधित विकार मांसाहारियों की तुलना में शाकाहारियों में कम पाए जाते हैं।

वनस्पतियों से प्राप्त प्रोटीन शरीर की अमीनो एसिड की आवश्यक मात्रा के लिए पर्याप्त है, बशर्ते हर प्रकार के वनस्पति आधारित पदार्थों का सेवन किया जाए ।

अभी हाल ही में एक होटल में छापा पड़ा जंहा लोगो को कुत्तो का मांस खिलाया जा रहा था ।

इसीलिए शाकाहारी बनिए । स्वस्थ रहें मस्त रहे ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *