ताकतवर एस.इ.ओ. के लिए कुछ उपयोगी बातें

सबसे पहले अगर आप ब्लॉगिंग से पैसा कमाने के लिए कर रहे है तो आपको आपने ब्लॉग को पूरे तरह से SEO फ्रेंडली बनाना होगा। ब्लॉग को एस इ ओ (SEO) ऑप्टिमाइज़ करना होगा । ब्लॉग का ट्रैफिक बढ़ाना ।

अगरआपके ब्लॉग का एस इ ओ (SEO) बढ़िया है तो ट्रैफिक भी बढ़िया होगा, ब्लॉग में एस इ ओ बढ़िया करने के लिए आपको बेस्ट एस इ ओ टिप्स ( seo tricks) हिन्दी में जानने की ज़रूरत है ।

1. पोस्ट  में रिलेटेड लेबल लगाना क्यों ज़रूरी है ?

वेबसाइट या ब्लॉग में लेबल लगाना एक कीवर्ड को जमा करने के काम आता है। लेबल टैग्स का काम करता है। और अगर आपका लेबल आपकी पोस्ट से रिलेटेड होगा तो एस इ ओ ऑप्टिमाइज़ बहुत अच्छे तरीके से होगा। पोस्ट में लेबल लगाने का एक और फायदा है, लेबल के जरिये आप अपनी वेबसाइट को एक वयवस्थित तरीके से रख पाते है। इसलिए आप अपनी वेबसाइट या ब्लॉग में लेबल ज़रूर लगाये और ब्लॉग या वेबसाइट को ऑप्टिमाइज़ कीजिये।

2.  इमेज ऑप्टिमाइज़ करना (Image Optimization)

यदि आप अपने ब्लॉग या वेबसाइट में इमेजेस डालते हो, तो इमेजेस को भी ऑप्टिमाइज़ करना बहुत ही ज़रूरी है। वर्डप्रेस में प्लगइन आते है जो टाइटल और टैग को इमेज के साथ जोड़ देते है लेकिन ब्लॉगर में आपको ये काम खुद करना पड़ता है ।

ब्लॉगर में इमेजेज को ऑप्टिमाइज़ कैसे करे

ब्लॉगर में ऑप्टिमाइज़ के लिए आप जब भी किसी पोस्ट में इमेजेज ऐड करते है तो तब आपको इमेज पर क्लिक करने पर प्रॉपर्टीज पर क्लिक करने आप उस इमेज के बारे में डाले उसके साथ ऐड कैप्शन पर क्लिक करके उसमे भी आप इमेज के बारे में डाले। जिससे आपकी इमेज सर्च इंजन में ऑप्टिमाइज़ हो सके ।

3 . मेटा टैग्स (Meta Tags)

हम आपको बताना चाहतें है कि मेटा टैग (Meta Tag) एस इ ओ का मूल आधार है। इसके बिना आप अपनी वेबसाइट या ब्लॉग के लिए कभी भी गूगल पर अच्छी रैंकिंग नहीं पा सकते है।

मेटा टैग्स का उपयोग हम सर्च इंजन को हमारी वेबसाइट या ब्लॉग का टाइटल, डिस्क्रिप्शन और बहुत सारी बाते इडेंटिफी करने के लिए उसे करते है ताकि हमारी एस इ ओ रैंकिंग में सुधार हो सके और मेटा टैग्स को जयादा हार्ड नहीं बनाना चाहिए की सर्च इंजन को समझ में ही न आये।

4.   वेबसाइट या ब्लॉग की  पर्मालिंक

आपकी पोस्ट का लिंक एस इ ओ में एक बहुत  बड़ी भूमिका अदा करता है।

मै आपको कुछ रूल्स बताना चाहता हूँ पर्मालिंक को और बेहतर बनाने के लिए।

  1. हमेशा  अपनी पोस्ट टाइटल के शब्दों को कम से कम 45-50 रखे।
  2.  जंहा तक सम्भव हो अपनी पोस्ट के टाइटल   में   से इंग्लिश आर्टिकल को उसे मत करे अगर आप  हिंदी में  पोस्ट करते  हो तो ।

जब आप अपनी पोस्ट को लिखते है। आप पर्मालिंक के ऑप्शन को एडिट कर सकते हो | और उसमे से आर्टिकल को हटा दो, ताकि कोई  अच्छा कीवर्ड को उसे करे पर्मालिंक में।

5. कीवर्ड्स (Keywords) में सुधार करके

पर्मालिंक के बाद बारी आती है कीवर्ड्स (Keywords) की। कीवर्ड्स भी एक बहुत बड़ी भूमिका अदा करता है। कम कीवर्ड्स आपको कम रैंकिंग और जयादा कीवर्ड जयादा रैंकिंग देता है। आपकी पोस्ट में पोस्ट से रिलेटेड कीवर्ड को शामिल करना एस इ ओ में बहुत ही मत्वपूर्ण है। आपकी पोस्ट के लिए जयादा मुस्किल (Keywords) कीवर्ड्स को उसे न करे जिससे सर्च इंजन समझ ही ना पाये।

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