जिंदगी बिता का हुवा पल दुबारा कभी नहीं आता है । आप जानते ही होंगे की तस्वीरें और मानवीय ज़िन्दगी का शुरू से ही गहरा संबंध रहा है। तस्वीरें हमारी ज़िन्दगी के हसीन पलों को हमेशा सम्भाल कर रखती हैं और खूबसूरत यादों को ताज़ा करती हैं। पुराने समय में तस्वीरें हाथ से बनाई जाती थीं। फिर कैमरे की आमद से ब्लैक एंड व्हाइट तस्वीरों की शुरुआत हुई और फिर समय के साथ तस्वीरें रंगीन हुईं। इसी दौरान कम्प्यूटर और तकनीकी युग की शुरुआत होने के साथ तस्वीरें डिजीटल हुईं। चलने और बोलने लगी । लेकिन मोबाइल फोन की आमद ने फोटोग्राफी के कार्य को बड़ा नुक्सान पहुंचाया। इसी समय के दौरान ही जब फोटोग्राफी का व्यवसाय लगभग खत्म होने की कगार पर जा रहा था की HD फोटोग्राफी और ‘प्री-वैंडिग’ (Pre Wedding Shoot) का दौर आगया और इस व्यवसाय में कुछ जान आ गई ।
इससे मन को आकर्षित कर लेने वाली तस्वीरों ने लोगों को अपनी ओर खींचा। इसी के पश्चात् ‘प्री-वैंडिग’ (Pre Wedding Shoot) अर्थात् विवाह से पहले वीडियो फ़िल्मांकन और फोटो शूट की शुरुआत हुई है। वर्तमान में यह रुझान पूरे देश में-में तेजी के साथ बढ़ रहा है। अब जब भी कोई व्यक्ति अपने बेटा-बेटी की शादी के लिए किसी फोटोग्राफर को बुक करने के लिए जाता है तो उन फोटोग्राफरों की ओर से पहले ही यह पूछा जाता है कि उन्हें विवाह का प्री-वैडिंग वीडियो (Pre Wedding Shoot) फ़िल्मांकन या फोटो शूट करना है। फोटोग्राफरों ने इसके लिए विशेष तौर पर महत्त्वपूर्ण एवं सूंदर लोकेशनें (वह खास स्थान जहाँ फोटोशूट या फ़िल्मांकन करना) ढूंढ कर रखी होती है। कई बार ज़रूरत के अनुसार या सम्बंधित विवाह वालों की इच्छा के अनुसार तथा उनके बजट के हिसाब से भी सैट लगाए जाते हैं। यह काम पूरी तरह फ़िल्मी अंदाज़ में ही होता है।
फोटोग्राफर विवाह के कुछ दिन पहले लड़के और लड़की वालों की सहमति से विवाह वाले दम्पति को कुछ बहुत ही खास चुने हुए स्थानों पर लेकर जाते हैं और वहाँ फ़िल्मों की तरह ही उन पर मीठे रोमांटिक किस्म के गीतों का फ़िल्मांकन किया जाता है। इसी के साथ ही शानदार फोटो शूट भी होता है जिसमें विवाह वाले लड़के और लड़की के कई दिलकश दृश्यों वाले नयनाभिराम फोटो खींचे जाते हैं। फोटोग्राफरों की ओर से शानदार गीतों और खूबसूरत-सी लोकेशनों के हिसाब से सम्बंधित पार्टी से पैसे लिए जाते हैं। साधारणतः जब शादी का दिन होता है तो विवाह वाले लड़के / लड़की की खींची गईं यह विभिन्न दृश्यों वाली तस्वीरें या वीडियो के रूप में मैरिज पैलेसों के गेट से ही दिखाई देती हैं।
मैरिज पैलेस के पूरे आंगन में इनको बड़े प्रिंटों के रूप में सजाया जाता है। आगे स्टेज पर और एक-दो अन्य स्थानों पर लगाई गई बड़ी स्क्रीनों पर प्री-वैडिंग की शानदार वीडियोज़ भी सारा दिन चलाई जाती है। यह सब कुछ किसी फ़िल्म से कम नहीं होता क्योंकि शानदार दृश्यों को और अधिक अच्छा साबित करने के लिए इन वीडियोज़ की विशेष तौर पर मिक्सिंग और कलर प्रोसैसिंग भी करवाई जाती है। यह सब कुछ एक बहुत ही शानदार नज़ारा पेश करता है। इसके बाद विवाह वाले जोड़े और फोटोग्राफरों की ओर से इसको सोशल मीडिया पर भी शेयर किया जाता है। बहु-संख्या में जहाँ लोगों की ओर से इसकी प्रशंसा की जाती है वहीं कुछ लोग इसको ग़लत करार दे रहे हैं। लेकिन सच यही है कि यह रुझान तेजी से बढ़ रहा है। धनवान लोग इस काम पर पैसा खर्च करने से गुरेज़ नहीं कर रहे। आप अपने बजट के अनुसार फोटोग्राफरों से बात कर सकते है। तथा अपने या अपने बच्चों के जीवन के उन अभूतपूर्व अनमोल पलों को हमेशा के लिए सहेज कर रख सकतें है ।