देश की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनियों में से एक Infosys के सीईओ और मैनेजिंग डायरेक्टर Vishal Sikka ने अचानक आये घटनाक्रम में अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। Infosys ने एक बयान में बताया कि निदेशक मंडल, यानी बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने Vishal Sikka के इस्तीफे को तत्काल प्रभाव से मंज़ूर भी कर लिया है। कंपनी का कहना है कि Vishal Sikka नए स्थायी मैनेजिंग डायरेक्टर तथा सीईओ के पदभार ग्रहण करने तक Infosys के एक्ज़ीक्यूटिव वाइस-चेयरमैन पद पर बने रहेंगे। यह नियुक्ति 31 मार्च, 2018 से पहले कर दी जाएगी। कंपनी ने चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर यूपी प्रवीण राव को अंतरिम मैनेजिंग डायरेक्टर तथा सीईओ नियुक्त किया गया है।
Vishal Sikka ने अपने पद से इस्तीफ़ा देने के बाद लिखे ब्लॉग में उन कारणों का जिक्र किया है जिनके चलते उन्होंने अपने पद से इस्तीफ़ा दिया।
Vishal Sikka के अनुसार “कई दिन, दरअसल हफ़्तों तक इस फैसले का भार मेरे सीने पर था। मैंने नफ़े-नुकसान समेत कई मुद्दों के बारे में बहुत विचार किया। लेकिन अब काफ़ी सोचने के बाद और बीती तिमाही के माहौल को देखते हुए मैं अपने फ़ैसले को लेकर साफ़ हूँ” | “मेरे लिये ये साफ़ हो चुका है कि बीते तीन सालों की हमारी सफ़लताओं के बावजूद, मैं अपने ऊपर लग रहे आधारहीन व्यक्तिगत हमलों का बचाव करते हुए सीइओ के रूप में कंपनी को लाभ नहीं पहुंचा सकता।”
Vishal Sikka ने अपने पद से इस्तीफ़ा देकर एग्जिक्यूटिव वाइस चेयरमैन के पद को संभाला है।
Vishal Sikka ने साल 2014 में कंपनी की कमान संभाली थी। सिक्का पहले ऐसे व्यक्ति थे जो कंपनी के संस्थापकों में शामिल नहीं थे और उन्होंने इंफ़ोसिस के सीइओ और एमडी पद को संभाला था।
अपनी नियुक्ति की घोषणा के बाद विशाल सिक्का ने कहा था, “मुझे Infosys का नेतृत्व करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। यह एक ऐसी प्रतिष्ठित कंपनी है जिसकी स्थापना तकनीकी उद्योग के अगुआ लोगों ने की थी। मैं दुनियाभर में फैले Infosys के दक्ष लोगों के साथ काम करने और उनसे कुछ सीखने को लेकर काफ़ी उत्सुक हूँ।”।
Vishal Sikka का कहना है कि काफ़ी सोचने के बाद उन्होंने इस्तीफ़े का फैसला किया है क्योंकि सार्वजनिक रूप से हो रहे शोर शराबे से एक बेहद अस्थिर माहौल बन गया है। वे कहते हैं कि “मैं एक ऐसे माहौल में काम करना पसंद करता हूँ जहां लोग आज़ाद महसूस करें। क्योंकि सार्वजनिक रूप से धारणाओं की लड़ाई में उलझने के लिए ज़िंदगी बेहद छोटी है” ।
Vishal Sikka इन्फ़ोसिस में अपनी तनख़्वाह को लेकर भी विवादों में रह चुकें हैं। गत वर्ष उनकी तनख्वाह 70 लाख डॉलर से बढ़कर 1 करोड़ 10 लाख डॉलर सालाना हो गई थी।
जैसे ही ये ख़बर आईटी इंडस्ट्री और शेयर बाज़ार के लिए चौंकाने वाली थी और Infosys के शेयर पर इसका असर दिखा भी। जैसे ही Vishal Sikka के इस्तीफ़े की ख़बर आई, Infosys के शेयर पर बिकवाली हावी हो गई और देखते ही देखते शेयर 10 फ़ीसदी तक टूट गया। गुरुवार को बाज़ार बंद होने पर Infosys का शेयर 1021 रुपये पर था और इसकी मार्केट कैप 2.34 लाख करोड़ रुपये थी। यानी Vishal Sikka के इस्तीफ़े की ख़बर से ही Infosys को लगभग 30 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हुवा। ये समस्या, निवेशकों की घबराहट के कारण आती है।