दुनिया में शुरू हुई कोरोना की तीसरी लहर

एक बार फिर वैश्विक महामारी कोरोना के सबसे ज्यादा नए केस ब्राजील, भारत, इंडोनेशिया, कोलंबिया और ब्रिटेन में एक बार फिर सामने आने लगे हैं। बढ़ते मामलों के इस नए  ट्रेंड को देखें तो साफ है कि पिछले चार सप्ताह से दुनिया भर में कोरोना के मामले में खासा उछाल आया है। डब्लूएचओ के अनुसार   5 जुलाई से 11 जुलाई के बीच के आंकड़ों को देखें तो इस दौरान दुनियाभर में  लगभग 30 लाख से ज्यादा कोरोना के नए केस सामने आए, जो पिछले हफ्ते के मुकाबले कम से कम तीन फीसदी ज्यादा है। 

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लयूएचओ) के प्रमुख ट्रेडोस अधनोम ने दुनिया में कोरोना की तीसरी लहर शुरू होने की जैसे ही घोषणा की, सबका ध्यान उन देशों की ओर जा रहा है जहां कोरोना के केस फिर से बढ़ने लगे हैं। डेल्टा वैरिएंट अब दुनिया के 111 से अधिक देशों में फैल चुका है और सबसे ज्यादा नए केस ब्राजील से आ रहे हैं। जबकि भारत के साथ-साथ इंडोनेशिया, कोलंबिया ब्रिटेन में भी केस बढ़ने लगे हैं। बढ़ते हुए केसों के ट्रेंड को देखें तो यह साफ है कि पिछले चार सप्ताह से दुनिया भर में कोरोना के मामले फिर से  बढ़ने लगे हैं।  

 वहीं डब्लयूएचओ की आपातकालीन समिति के विशेषज्ञों ने भी गुरुवार को चेतावनी दी कि नए वैरिएंट से महामारी को रोकना बहुत ही  मुश्किल होगा। वर्तमान में  दुनिया में जिस तेजी से नए केस बढ़ रहे हैं वो डराने वाले हैं। दूसरी लहर के खत्म होने के बाद दुनिया में जहां एक दिन में औसतन तीन लाख मामले ही आ रहे थे वो अब पिछले एक महीने में बढ़कर नौ लाख प्रतिदिन हो गए हैं। वहीं करीब 10 सप्ताह तक मौतों की संख्या में गिरावट आने के बाद फिर से कोरोना से अपनी जान गंवाने वालों की संख्या बढ़ने लगी है। नई मौतों में सबसे ज्यादा  वृद्धि अफ्रीकी क्षेत्र में देखी गई।  

सीएसएसई के वक्तव्य के  अनुसार, वैसे दुनिया के सबसे अधिक 33,946,217 मामलों और 608,104 मौतों की संख्या के साथ अमेरिका अभी भी  सबसे ज्यादा प्रभावित देश बना हुआ है। संक्रमण के मामले में भारत 30,946,074 मामलों के साथ दूसरे स्थान पर है। ग्रीस, तुर्की, सीरिया जैसे देशों में भी सबसे अधिक वृद्धि (25%) दर्ज की गई।  इसके बाद यूरोपीय क्षेत्र के देशो में 20% का इजाफा हुआ है। पिछले सप्ताह की तुलना में इस सप्ताह अफ्रीकी क्षेत्र में सबसे कम मामले आए हैं लेकिन इस केस की तुलना में मौतों की संख्या में 50% की वृद्धि दर्ज की गई है। दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र में भी मौतों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई 

डब्ल्यूएचओ ने चेतावनी दी है कि अफ्रीका में कोरोना की तीसरी लहर ज्यादा  खराब हो सकती है क्योंकि नए और तेजी से फैलने वाले वेरिएंट संक्रमण को बढ़ाते है। अफ्रीका में पिछले सप्ताह नए मामले इस साल जनवरी में दूसरी लहर में दर्ज सबसे अधिक मामलों से आगे निकल गए हैं। डब्ल्यूएचओ का कहना है कि 4 जुलाई को समाप्त सप्ताह में 251,000 से अधिक नए मामले दर्ज किए गए, जिससे यह “अब तक का सबसे खराब महामारी सप्ताह” बन गया। अफ्रीका के लिए डब्ल्यूएचओ के क्षेत्रीय निदेशक मात्शिदिसो मोएती कहते हैं, “सबसे खराब अभी आना बाकी है क्योंकि तेजी से आगे बढ़ने वाली तीसरी लहर गति और नई जमीन हासिल कर रही है। 

सरकार ने विदेश जाने वालों के लिए अपने पासपोर्ट में वैक्सीन सर्टिफिकेट को लिंक कराने की सुविधा शुरु कर दी है। हालांकि यह सुविधा अभी केवल कोविशील्ड वैक्सीन के लिए ही  है। जब तक कोवैक्स को डब्लूएचओ से मान्यता नहीं मिलती तब तक उन लोगों क लिए परेशानी बनी हुई है जिन्होंने कोवैक्स की डोज ली है। इस्राइल के मुख्य अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आगमन की निगरानी के लिए पहली बार एक “कोरोनावायरस आयुक्त” भी  नियुक्त किया गया है। सरकार ने पहले ही टीकाकरण वाले पर्यटकों के लिए देश को फिर से खोलने की योजना को स्थगित कर दिया है। संभावना है कि दूसरे देश भी इस तरह हवाई अड्डों पर कोरोना की जांच के लिए कोरोनावायरस जाँच  अधिकारी नियुक्त कर सकते हैं । 

डेल्टा वैरिएंट

सबसे शुरुवात में  यह वैरिएंट ब्रिटेन में पाया गया था। भारत में यह वैरिएंट अक्टूबर महीने में मिला था। भारत को तहस-नहस करने के बाद ये वेरिएंट अब अमेरिका, ब्रिटेन, इंडोनेशिया,  इजरायल, रूस, ईरान, कोलंबिया और एशिया और अफ्रीका के कई देशों में पहुंच चुका है। डेल्टा वैरिएंट के बी.1.1.7 वैरिएंट की तुलना में 50 फीसदी अधिक संक्रमित करता है।  डेल्टा वैरिएंट उन लोगों को भी प्रभावित कर सकता है जिन्हें पहले ही संक्रमण हो चुका है। 

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