नोटबंदी और जीएसटी लागू होने के बाद भारत की अर्थव्यवस्था की रफ्तार को लेकर चिंताजनक रुझानों के बीच World Bank की रिपोर्ट अच्छी एक बहुत ही अच्छी खबर लेकर आई है । World Bank के Ease Of Doing Business इंडेक्स में भारत 30 पायदान की लंबी छलांग के साथ 100वें स्थान पर पहुंच गया है ।यह पहली बार है, जब भारत ने इतनी लंबी छलागं लगाई है | अगर विशेषज्ञों की माने तो कारोबार करने के मामले में भारत की रैंकिंग में सुधार से कई क्षेत्र को लाभ होगा ।
अमेरिका-इंडिया बिजनेस काउंसिल (यूएसआईबीसी) की नई अध्यक्ष निशा देसाई बिस्वाल ने World Bank की कारोबार सुगमता रैंकिंग में भारत की स्थिति बेहतर होने को अहम करार दिया है । उन्होंने कहा कि इससे भारत को और अधिक प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) आकर्षित करने में भी मदद मिलेगी ।
World Bank की रिपोर्ट के मुताबिक, Ease Of Doing Business में भारत पूरी दुनिया में रैंकिंग में सबसे ज्यादा सुधार करने वाला देश है।
भारत अकेला ऐसा ब्रिक्स देश है, जो टैक्स भरने के मामले में टॉप परफॉर्मर है। टैक्स पेइंग इंडेक्स में लगभग 53 रैंकिंग का सुधार किया है। अब 119th पोजिशन पर है। लोन हासिल करने की रैकिंग में भी भारत 15 पायदान ऊपर आया है। भारत की पोजिशन इस इंडेक्स में 44th से 29th हो गई है।
भारत की और से यह एक महत्वपूर्ण कदम है और भारत के सही दिशा में बढ़ने के लिए काफी अहम पैमाना है । यह ऐसा माध्यम बनने जा रहा है, जो अधिक से अधिक विदेशी निवेश आकर्षित करेंगे. । विश्व बैंक ने अपनी वार्षिक कारोबार सुगमता रिपोर्ट में 190 देशों के बीच भारत को 100वें पायदान पर जगह दी है. पिछले साल भारत इस इंडेक्स में 130वें स्थान पर था ।
विशेषज्ञों ने कहा है की FDI पानी की तरह है , वह उस रास्ते पर बढ़ता है, । जहां कम से कम प्रतिरोध हो लिहाजा जितना आप प्रतिरोधों को कम करेंगे, उतना ही एफडीआई तेज होगा ।
सरकार वर्ल्ड 200 से ज्यादा रिफॉर्म्स पर काम कर रही है, जिनकी बदौलत Ease Of Doing Business रैंकिंग में इंडिया जल्द ही टॉप 50 पोजिशन में आ सके।भारत ने इस साल 122 रिफॉर्म्स किए हैं और वर्ल्ड बैंक के साथ इन्हें मान्यता देने के लिए काम कर रहे हैं। ऐसी उम्मीद करतें हैं हम इसी साल ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के लिए 90 और सुधार करेंगे।