तकनीक के बढऩे के साथ-साथ पूरी दुनिया काफी तेज गति से विकास कर रही है। दुनिया का प्र्तेक देश दुनिया में अपना रूतबा कायम करने के साथ शक्तिशाली देश के रूप में उभरने में लगा है, पर किसी देश की सामरिक या सैन्य शक्ति का सामान्य रूप से आंकलन करना आसान नहीं है। फिर भी देशों की कुछ खासियतों को नजर में रख कर उसकी तुलना की जा सकती है। तो आज हम आपकों एक आंकलन के हिसाब से बताने जा रहे है कि दुनिया की कौन-सी सेना में कितना दम |
किसी भी देश की सुरक्षा और शांति उसकी सेना की मजबूती पर टिकी होती है। इसीलिए बजट में इसके लिए खासी धनराशि भी रखी जाती है। आइये देखते है दुनिया की सबसे मजबूत सेना कौन-सी है |
यूनाइटेड स्टेट
विश्व की सबसे बड़ी महाशक्ति के रूप में जाना जाने वाला यूनाइटेड स्टेट अपनी सैन्य ताकत के लिए भी दुनिया में जाना जाता है। अमेरिका की आर्मी का लोहा सभी देशों ने माना है इसलिए ये दुनिया में पहले स्थान पर गिनी नाती है है। अमेरिकी सरकार हर साल अपनी सेना पर लगभग 612.5 अरब डालर का बजट लगाती है। इसकी सेना में लगभग 1.4 मिलियन सैनिक हैं और 15, 293 एटरक्राफ्ट हैं। यह सेना पूरी तरह हथियारों, मैनपॉवर तथा आधुनिक टेक्नोलॉजी से हर प्रकार से लेस है |
रूस
दुनिया में दूसरी सबसे बड़ी तथा मजबूत सेना रूस की मानी जाती है । इस आर्मी में 15, 500 टैंक्स शामिल हैं, जो विश्व में इसे सबसे बड़ी टैंक्स फोर्स बनाते हैं। करीब 8, 500 एक्टिव न्यूक्लियर हथियारों की वजह से रूस दुनिया में न्यूक्लियर शक्ति के तौर पर अव्वल है। रूस के पास सभी प्रकार के आधुनिक हथियार हैं |
चीन
भारत का यह पड़ोसी देश जो यदा कदा गुर्राता रहता है, दुनिया में तीसरे स्थान पर सबसे मजबूत सेना रखता है। करीब 2.285 मिलियन सीमावर्ती कर्मियों, 2.3 मिलियन रिजर्व सैनिकों और 25 हजार जमीनी गाड़ियों के साथ यह दुनिया की सबसे बड़ी लैंड फोर्स यानी की थल सेना रखता है l इसकी सेना में मेनपॉवर यानी सैनिक ज़्यादा हैं |
भारत
हिंदुस्तान की सेना मजबूती इसके सैनिकों से है। इंडियन आर्मी में करीब 3.5 मिलियन सैनिक हैं, जिनमें लगभग 1.325 मिलियन सक्रिय सैनिक हैं। इस सेना में 16 हजार गाड़ियां, 3, 500 टैंक और 1, 785 एयरक्राफ्ट के साथ-साथ शक्तिशाली न्यूक्लियर हथियार और मिसाइल्स भी शामिल हैं। भारतीय सेना भी सभी प्रकार के अत्याधुनिक हथियारों से लेस है तथा दुनिया में चौथा नम्बर रखती है |
यूनाइटेड किंगडम
ब्रिटेन की आर्मी दुनिया में 5वें स्थान पर स्थित एक मजबूत आर्मी है । इस सेना की खासियत है इसके सैनिकों को मिलने वाली स्पेशल ट्रेनिंग और 160 न्यूक्लियर हथियार रखने वाली आर्मी है |
फ्रांस
अपनी मजबूती को लेकर फ्रांस की सेना दुनिया में छठे नंबर पर आती है और इसमें करीब 1 हजार एयरक्राफ्ट, 9 हजार जमीनी गाड़ियां हैं शामिल हैं । तथा 290 न्यूक्लियर हथियारों के साथ ये सेना तकनीकी रूप से भी बहुत मजबूत है |
जर्मनी
जर्मनी अपने सैनिकों के ऊपर सुविधाओं और वेतन के मामले में दुनिया में सबसे ज्यादा खर्च करता है। युद्ध के खिलाफ जर्मनी के पास महज 1 लाख 83 हजार सक्रिय और 1 लाख 45 हजार रिजर्व सैनिकों की फौज है । तकनीक और सैन्य शक्ति के आधुनिकीकरण के लिए जर्मनी हर साल अपनी सेना पर 45 बिलियन डॉलर व्यय करता है। ये दुनिया की सातवे नंबर की सेना है ।
तुर्की
वर्तमान में यह देश इस्लामिक स्टेट और सीरिया संघर्ष से बुरी तरह गुजर रहा है l इसकी सैनिक संख्या करीब 6 लाख 60 हजार है। तुर्की की आर्मी में करीब 1 हजार एयरक्राफ्ट और 10 हजार जमीनी हथियार शामिल हैं। राजनयिक तौर पर US आर्मी इसे हमेशा सपोर्ट करती है l दुनिया की सामरिक शक्ति के हिसाब से यह आठवें नंबर की सेना मानी जाती है ।
साउथ कोरिया
साउथ कोरिया की आर्मी दुनिया में मजबूती के मामले में 9वें स्थान पर आती है। किन्तु यह विश्व में छठी सबसे बड़ी एयरफोर्स है जिसमें 1, 393 शक्तिशाली वायुयान हैं। इसी के साथ इस सेना में करीब 2, 346 टैंक, रॉकेट सिस्टम और करीब 15 हजार जमीनी हथियार भी शामिल हैं |
जापान
जापान पिछले दशक से अपनी सैन्य क्षमता को निरन्तर बढ़ा रहा है। उसने अपने बाहरी जलक्षेत्र में अपना मिलिटरी बेस बनाया है। जापान अपनी सेना पर हर साल 49.1 बिलियन डॉलर खर्च करता है। उसके पास 2 लाख 47 हजार की सक्रिय सेना और 57, 900 की रिजर्व सेना है। साथ ही 1, 595 एयरक्राफ्ट के साथ जापानी सेना दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी वायुसेना है। उसकी नौसेना में 131 आधुनिक पोत शामिल हैं। बहुत छोटा देश होने के कारण दुनिया में इसकी सेना दंसवा स्थान रखती है |
प्रतेयक समझदार राष्ट्र दुनिया में शांति ही चाहता है | किन्तु अपनी सुरक्षा की दृष्टि से सभी राष्ट्र अपने बजट का कुछ निश्चित भाग अपनी सैन्य शक्ति को आधुनिक बनाए रखने के लिए करता है |
ये तो है पुरे विश्व की सभी सेनाओं की सैन्य सामर्थ्य की बात । सुनने में आ रहा है की चाइना पुनः भारत की और आँखे तरेर रहा है | तो कोई हमारा पैगाम भी चाइना तक पंहुचा दें , की , देख भाई , भारत के जितना विशाल बाजार दुनिया में कंही भी नहीं मिलेगा । भूल गए पिछले साल केवल दिवाली पर कुछ महीने ही चीनी उत्पात का बहिष्कार हम भारतियों ने किया था , 20 प्रतिशत गिर गई थी तुम्हारी अर्थ वय्वस्था उस तिमाही में | दूसरी बात दुनियां की नम्बर एक और दूसरे नम्बर की सेना रखने वाले देश भारत के साथ खड़े हैं | तो भारत से थोड़ा हिसाब से ही पेश आना चीन के लिए सही होगा । यांनी की ” हे चाइना भारत के साथ तुम कायदे में रहोगे तो हमेशा फायदे में रहोगे |