जानिए मोदी जी का राजनैतिक जीवन का सफर CM से PM तक

नरेन्द्र मोदी ने मुख्यमंत्री का अपना पहला कार्यकाल 7 अक्टूबर 2001 से शुरू किया। इसके बाद मोदी ने राजकोट विधानसभा चुनाव लड़ा। जिसमें काँग्रेस पार्टी के आश्विन मेहता को 14,728 मतों से हराया था   उन्होंने मुख्यमंत्री के रूप में चार गौरव पूर्ण कार्यकाल पूरे किए। उन्होंने विनाशकारी भूकंप के दुष्प्रभावों से जूझ रहे गुजरात को विकास रूपी इंजन के रूप में परिवर्तित कर दिया जो आज भारत के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है।

नरेन्द्र मोदी एक जन-नेता हैं जो लोगों की समस्याओं को दूर करने तथा उनके जीवन स्तर में सुधार लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्हें लोगों के बीच जाना, उनकी ख़ुशियों में शामिल होना तथा उनके दुखों को दूर करना बहुत अच्छा लगता है। ज़मीनी स्तर पर लोगों के साथ गहरा निजी संपर्क होने के साथ-साथ वे ऑनलाइन भी उपलब्ध रहते है  नए तकनीक के लिए लगाव   एवं उसमें समझ रखने वालों नेताओं में वे भारत के सबसे बड़े राजनेता हैं। वेबसाइट के माध्यम से लोगों तक पहुंचने और उनके जीवन में बदलाव लाने के लिए वे हमेशा कार्यरत हैं। वे सोशल मीडिया, जैसे – फेसबुक, ट्विटर, गूगल प्लस, इन्स्टाग्राम, साउंड क्लाउड, लिंक्डइन, वीबो तथा अन्य प्लेटफार्म पर भी काफी सक्रिय  रहे हैं। इसी माध्यम से वे लाखो लोगो से जुड़े  होने के कारण अपनी बात लोगो तक पँहुचाते रहे ।

राजनीति के अलावा नरेन्द्र मोदी को लेखन का भी शौक है। उन्होंने कई पुस्तकें लिखी हैं, जिनमें कविताएं भी शामिल हैं। वे अपने दिन की शुरुआत योग से करते हैं। योग उनके शरीर और मन के बीच सामंजस्य स्थापित करता है एवं बेहद भागदौड़ की दिनचर्या में उनमें शांति का संचार करता है।  अपने मुख्य मंत्री  रहते हुवे उन्होंने गुजरात के विकास में अपनी अहम् भूमिका निभाई है |

गुजरात के विकास की कुछ   मुख्य योजनाएं  इस  प्रकार क्रियान्वित की थी

पंचामृत योजना , सुजलाम सुखलाम  , कृषि  महोत्सव ,  चिरंजीवी योजना , मातृ वंदना , बेटी बचाओ , कर्मयोगी अभियान , ज्योतिग्राम योजना , कन्या कलावाणी योजना ,बालभोग  योजना । गुजरात को एक आदर्श राज्य बनाने के उपरांत  श्री नरेंद्र मोदी की निगाहें  शेष भारत के विकास पर पड़ी . उन्होंने भारत वर्ष के लिए कुछ करने का विचार किया या संगठन ने  आदेश किया  .

फलस्वरूप  गोआ में भाजपा कार्यसमिति द्वारा नरेन्द्र मोदी को 2014 के लोक सभा चुनाव अभियान की कमान सौंपी गयी थी।१३ सितम्बर २०१३ को हुई संसदीय बोर्ड की बैठक में आगामी लोकसभा चुनावों के लिये प्रधानमन्त्री पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया गया। एक सांसद प्रत्याशी के रूप में उन्होंने देश की दो लोकसभा सीटों वाराणसी तथा वडोदरा से चुनाव लड़ा और दोनों निर्वाचन क्षेत्रों से विजयी हुए ।

चुनाव में जहाँ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन ३३६ सीटें जीतकर सबसे बड़े संसदीय दल के रूप में उभरा वहीं अकेले भारतीय जनता पार्टी ने २८२ सीटों पर विजय प्राप्त की। काँग्रेस केवल ४४ सीटों पर सिमट कर रह गयी और उसके गठबंधन को केवल ५९ सीटों से ही सन्तोष करना पड़ा। नरेन्द्र मोदी स्वतन्त्र भारत में जन्म लेने वाले ऐसे व्यक्ति हैं जो सन २००१ से २०१४ तक लगभग १३ साल गुजरात के १४वें मुख्यमन्त्री रहे और हिन्दुस्तान के १५वें प्रधानमन्त्री बने। नरेन्द्र मोदी का २६ मई २०१४ से भारत के १५वें प्रधानमन्त्री का कार्यकाल राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में आयोजित शपथ ग्रहण के पश्चात प्रारम्भ हुआ।

सम्मान और पुरस्कार

अब्दुलअज़ीज़ अल सऊद के आदेश का पदक

अप्रैल २०१६ में नरेन्द्र मोदी सउदी अरब के उच्चतम नागरिक सम्मान ‘अब्दुलअजीज अल सऊद के आदेश’ से सम्मानित किये गये ।

जून 16 में अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अफगानिस्तान के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार अमीर अमानुल्ला खान अवॉर्ड से सम्मानित किया।

वैश्विक

२०१४ : फ़ोर्ब्स पत्रिका में विश्व के शक्तिशाली व्यक्तियों में १४ वां स्थान।

२०१५: विश्व के शक्तिशाली व्यक्तियों में ९ वां स्थान फोर्ब्स पत्रिका के सर्वे में।

२०१६: विश्व प्रसिद्द फ़ोर्ब्स पत्रिका में विश्व के शक्तिशाली व्यक्तियों में मोदी का ९ वां स्थान।

इस तरह हम देखते हैं की किस प्रकार नरेंद्र मोदी ने दिन प्रतिदिन अपनी पैठ जनता के दिल में जमाई तथा विश्व में और भारत में  अपनी तथा देश की लोकप्रियता  बढ़ाई .  कामना करते हैं की भारत जल्द ही विश्व गुरु बने एवं  देश खुशहाल बने

जय हिन्द   जय भारत  |

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