आखिर कब तक पनपता रहेगा धर्म की आड़ में अपराध

भारत के धर्मशास्त्र-रचयिताओं ने गुरु की महिमा की पूरी-पूरी प्रशंसा की है। संतो की महिमा न्यारी है संसार के ताप से तप्त लोगों को वे शीतल छाया प्रदान करते है…